खरगोन मध्यप्रदेश के सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन पर खरगोन पुलिस एफ आई आर दर्ज करे ! सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन तीन कम्पनी प्रकाश स्मृति , तंजीम ए जरखेज और पी सी फाउंडेशन कम्पनी का मास्टर माइंड है !

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खरगोन – प्रकाश स्मृति कम्पनी की वार्षिक मीटिंग 10 सितंबर 2024 मंगलवार को रविन्द्र नगर खरगोन के प्रकाश स्मृति कम्पनी के आलीशान हाई टेक आफिस में रखी गई है , प्रकाश स्मृति कम्पनी के सभी 16,163 सदस्यो को 4 रुपए का डाक टिकिट लगाकर उनकी यह पत्रिका भेजी गई है , प्रकाश स्मृति कम्पनी में जो सदस्य है वह पश्चिम निमाड़ जिले के गरीब , मजदूर , किसान और छोटे व्यापारी है जो अंग्रेजी में प्रकाश स्मृति कम्पनी की इस तीस पेज के हिसाब किताब को पढ़ नही सकते , बंधुओ प्रकाश स्मृति कम्पनी में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी के कट्टर विचार धारा के समर्थक डायरेक्टर है , पिछली बार सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन जो उसके पिता के अचानक चले जाने से अनुकम्पा में खरगोन की कन्या हायर सेकेंड्री में गणित के यू डी टी के पद पर लगा था , प्रोफेसर प्रकाश चंद्र महाजन खरगोन के पी जी कालेज में कामर्स के प्रोफेसर थे , बंधुओ , सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन की अनुकंपा नियुक्ति के बाद से आज लगभग तीस साल हो गए रवि का ट्रांसफर कोई नही करवा सका और यदि किसी ने कर भी दिया होगा तो ट्रांसफर केसे रुकवाया जाता है , किस चीज से रुकता है रविशंकर सरकारी मास्टर से ज्यादा इस बात को कोई समझ नही सकता , आज रवि की तनखा एक लाख रुपए है , बेटी को सी ए करवा दिया उसकी शादी खरगोन के भंडारी परिवार किले के पास परिवार में हुई है , उसका नाम आशु भंडारी है और 2022 की वार्षिक मीटिंग में रविशंकर महाजन सरकारी शिक्षक की बेटी आशु ने ही मेरा मोबाइल छीनने की कोशिश की थी , अप्रत्याशित हमले से मैं बेखबर था , अचंभित हुआ , कथित कट्टर हिंदू नेता सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन के खास सहयोगी है , दो करोड़ रुपया जो खरगोन की गौर पेट्रोल पंप शाखा में गरीबों का जमा था , रणजीत ने तंजीम ए जरखेज की कुशल सोनी खरगोन द्वारा लिखी गई अंग्रेजी भाषा की रजिस्ट्री गिरवी रखी और मुस्लिम नाम की ताज प्रोजेक्ट की जाकिर शेख मेनेजर की रजिस्ट्री गिरवी रखी और कम्पनी को दो करोड़ की सी सी लिमिट बना दी ! सहकारी बैंक में सी सी लिमिट के नियम क्या है आडिट करने वालो ने देखना चाहिए की उन नियमो का एक सहकारी बैंक और एक सेक्शन 8 की कम्पनी ने पूरा पालन किया या नहीं ? बात अंग्रेजी की हो रही थी , धर्म , हिंदू , सनातन , गाय और गोबर से गणेश बनाकर खरगोन के कलेक्टर कर्मवीर शर्मा को देकर सूचना प्रकाशन विभाग द्वारा उसकी फोटो खींचकर विभाग के व्हाट्सएप ग्रुप पर पोस्ट करने वाले अधिकारी और खरगोन कलेक्टर कर्मवीर जी को शायद नही मालूम होगा की वे जिस सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन से गोबर के गणेश जी ले रहे है इस सरकारी शिक्षक की शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय ने दो वर्ष से दर्ज है , मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश की सी एम हेल्प लाइन में दो वर्ष से दर्ज है , भोपाल में ई ओ डब्ल्यू में दर्ज है , पूर्व कलेक्टर शिवराज वर्मा और कुमार पुरुषोत्तम के कार्यकाल में गरीबों ने जनसुनवाई और कलेक्टर को सीधे इस रविशंकर महाजन की शिकायते की है , खरगोन पुलिस थाने में इसकी अनेक वर्षों से अनेक शिकायते है , खरगोन एस पी श्री धर्मवीर यादव के पास तो मेरी 12 पेज की लिखित मेरे हाथ की शिकायत है , एस डी ओ पी कार्यालय में सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन की कम्पनी के बयान हुए है जिसमे प्रकाश स्मृति कम्पनी ने झूठा बयान दर्ज करवाया है की कम्पनी ने शेयर होल्डर को कोई पेमोलेट नही दिया , पिछली मिटिंगो में सरकारी शिक्षक रवि शंकर को गरीबों ने कहा था की प्रकाश स्मृति कम्पनी का हिसाब किताब अंग्रेजी में होने से हमे कुछ भी समझ में नही आता किंतु प्रकाश स्मृति कम्पनी का मास्टर माइंड सरकारी शिक्षक गरीबों की रजिस्ट्री अंग्रेजी में करवाता है , कम्पनी का हिसाब अंग्रेजी में निमाड़ की गरीब भोली भाली जनता को बताता है , गोबर के गणेश जी ग्रहण करने वाले खरगोन के कलेक्टर …कलेक्टर यानी जिले का राजा से हम प्रजा हाथ जोड़कर निवेदन करते है की आप एक आदेश निकाल कर प्रकाश स्मृति कम्पनी की आगामी वार्षिक मीटिंग की पुस्तक में हिसाब हिंदी भाषा में प्रकाशन का आदेश दे जिससे कम्पनी के 17 हजार सदस्य जान सके की उनकी पिछले तीस वर्षों की करोड़ो की पूंजी का उपयोग कहा और कितना हो रहा है , प्रिय खरगोन के वासियों …गंगा बाई महाजन के सुपुत्र रविशंकर और रविप्रकाश ….आडिट कम्पनी ध्यान दे , चांगल साहेब , अंकेश गुप्ता के बाद अब आगामी पांच वर्षो का आडिट करने वाली आडिट कम्पनी रविशंकर और रविप्रकाश के दो अलग अलग नाम और व्यक्ति एक मामले को विशेष रूप से ध्यान दे ! प्रिय पश्चिम निमाड़ और बड़वानी जिले के सभी साथियों मंगलवार 10 सितंबर को दोपहर तीन बजे खरगोन के प्रकाश स्मृति कम्पनी के रविंद्र नगर आफिस में जरूर आए , अपने मोबाइल से कम्पनी का वीडियो बनाए उन्हे अपने फेसबुक , इस्टा ग्राम , स्टेटस , व्हाट्सएप ग्रुप पर वायरल करे क्युकी सरकारी शिक्षक ने पश्चिम निमाड़ की जनता के पैसे और जनता की जमीनों से ही तीन कम्पनी बनाकर आज खरबों रूपयो की जमीनों का साम्राज्य खड़ा किया है , पेड़ के नाम पर 500 रुपए , प्लाट की बिक्री , मकान की बिक्री से करोड़ो रुपए आम जनता से लिए है , प्रकाश स्मृति कम्पनी के शेयर होल्डर का पैसा शेयर होल्डर को ही देकर ब्याज से , किस्त ना भरने पर दंड से , लोन न देने पर शेयर होल्डर की कोरी चेक बुक जिस पर शेयर होल्डर के केवल साइन होते थे उस पर प्रकाश स्मृति कम्पनी ने तारीख लिखी , कम्पनी का नाम लिखा , ब्याज सहित राशि लिखी और उस अपने शेयर होल्डर के खाते में चेक लगा दिया …बंधुओ , खरगोन के प्रकाशचंद्र महाजन और गंगा बाई महाजन का यह पुत्र बहुत गरीबी में पला है , इस सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन की बहन की शादी खरगोन के श्री बीसा नीमा महाजन समाज के लोगो ने पैसे इकठ्ठे कर के की है , दुख की बात यह है की अपार धन संपत्ति और अपार जमीनें पाने के बाद सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन ने उसी शेयर होल्डर को कोर्ट से जेल की सजा करवा दी जो प्रकाश स्मृति कम्पनी का नीव का पत्थर था , उस गरीब व्यक्ति ने कभी सपने में भी नही सोचा था की जिस कम्पनी में मेने अपने पूरे परिवार को शेयर होल्डर बनाया वही कम्पनी मुझे जेल करवा देगी , बंधुओ , सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन और इसकी कम्पनी के वकील दोनो ने न्यायालय को गुमराह किया है क्युकी भारत सरकार की 138 धारा में पूरा चेक व्यक्ति के द्वारा दिया गया तो 138 धारा बनती है जबकि बंधुओ , चेक की 138 की धारा यशवंत सिन्हा ने व्यापारियों के लिए बनाई थी क्युकी बाहर के व्यापारी समान के जाते , चेक दे जाते और उसे फिर बाहर का व्यापारी अपने खाते से बाउंस करा देता , दिल्ली ने बैठा बिजनेस मैन अब उसका व्यापार करे या खरगोन के व्यापारी के पास दिल्ली से आए , भारत सरकार ने उद्योगपति और बिजनेस मैन की व्यथा को समझा और कानून 138 बना ..किंतु इस 138 धारा का सबसे अधिक दुरुपयोग ब्याज का धंधा करने वालो , और सरकारी शिक्षक रवि शंकर महाजन की प्रकाश स्मृति कम्पनी ने किया , इन्होंने न्यायालय को गुमराह किया है क्युकी कम्पनी के उस गरीब ने तो चेक दिया ही नही क्युकी उसने लोन ही इसलिए लिया क्युकी वह आर्थिक तंगी से परेशान था होता है साहेब लोन लेने के बाद जीवन ने अनेक आपदा आती है और व्यक्ति लोन नहीं दे पाता , भारत के अमिताभ बच्चन हमारे देश में उदहारण है जिनके द्वारा लोन लिया और वे भर नही पाए .. गोबर की प्रतिमा लेने वाले जिले के राजा कर्मवीर शर्मा जिनके पिता भागवत कहते है ऐसे कर्मवीर जी से संतोष न्यूज विनती करता है की खरगोन के इस सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन की प्रकाश स्मृति कम्पनी ने किस किस के चेक खुद भरकर लगाए और कम्पनी के पास लोन लेने वालो की कोरी चेक बुक कितनी है इस बात के लिए कलेक्टर साहेब ने प्रकाश स्मृति कम्पनी को नोटिस देना चाहिए , गरीबों का शोषण हुआ है साहेब प्रकाश स्मृति कम्पनी में , जिन गरीबों के पैसे से करोड़ो रूपयो का आफिस बना है उन्ही गरीबों को आफिस से दुत्कार कर भगाया है , एक लाख की तनखा सरकार से लेने वाले इस सरकारी शिक्षक ने क्या खरगोन की गर्ल हायर सेकेंड्री में पूरी ईमानदारी से बच्चो को शिक्षा दी होगी ? गोबर के गणेश की प्रतिमा लेने वाले जिलाधीश जांच करे , इस सरकारी शिक्षक ने तीन कम्पनी का विशाल साम्राज्य सम्हालने ने निश्चित सरकारी सर्विस पूरी ईमानदारी से नही की होगी …केसे कर सकता है दोनो काम एक व्यक्ति ?
श्रीमान कलेक्टर श्री कर्मवीर जी , इसकी आप जांच करवाए , फीड बेक ले ..
अंग्रेजी में रजिस्ट्री भी बड़ा मुद्दा है की ऐसा कंपनी ने क्यों किया , अंग्रेजी में केसे पढ़ा होगा गरीबों ने …
मुस्लिम नाम की कम्पनी बनाना , गरीबों को मुस्लिम कालोनी का भय , बूचड़खाने का भय कहकर , मुसलमान जाकिर शेख को मेनेजर बनाना ….खरगोन के कलेक्टर साहेब ये मामला बहुत बड़ा है और इस मामले में आजादी से पूर्व भारत की बू आती है जब बुद्धिमान बनिया , अनपढ़ और गरीबों को अपने बुद्धि के बल से मूर्ख बनाकर झूठा प्रलोभन देकर विश्वास अर्जित कर फिर मूर्ख बनाकर बदल जाता था ….
खरगोन के कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा जी तीस सालो तक खरगोन के गरीबों ने इस सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन की कम्पनी प्रकाश स्मृति में ईमानदारी से नोकरी की और इसने उन्हे इसलिए भगा दिया क्युकी उन्हे कम्पनी के काले कारनामों की जानकारी थी , खरगोन के वे बेचारे गरीब कर्मचारी अब खंडवा कोर्ट में लड़ रहे है …
आयकर विभाग खरगोन ने सरकारी शिक्षक रवि शंकर महाजन की कंपनी का दान में आयकर छूट को बंद कर देना चाहिए क्युकी कम्पनी ने ब्याज से , दंड से करोड़ो रुपया गरीबों से कमाया और आयकर बचा लिया , खरगोन आयकर विभाग ध्यान दे …
आयकर विभाग को सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन की , उसके परिवार की संपत्ति की भी जांच करनी चाहिए , बोरगांव ने इसी रविशंकर महाजन की अरबों रूपयो की जमीन है , आयकर विभाग को मैं संतोष गुप्ता जानकारी देना चाहता हू की सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन कम्पनी की जो प्रापर्टी बिक्री करता था उसकी नंबर दो की राशि को वह बाजार में ब्याज पर चलाता था इस कार्य ने खरगोन पोस्ट आफिस का इसका एक मित्र सहयोग करता था , 52 लाख नंबर दो के यह सरकारी शिक्षक इंदौर से लाया और मेनेजर विक्रम चौहान को इसने बताया और उस राशि की खुद रख ली !
खरगोन में भूमि विकास बैंक की बिल्डिंग बिक्री में इस सरकारी शिक्षक ने निविदा भर दी और निविदा हटाने के करोड़ो रुपए लिए , इसलिए खरगोन आयकर विभाग ने सरकारी शिक्षक रवि शंकर की संपत्ति , इसके रिश्तेदारों की संपति की जांच करनी चाहिए ! संतोष गुप्ता संपादक संतोष न्यूज खरगोन की रिपोर्ट !✍️

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उज्जैन में सात साल और इसके पूर्व 17 साल का बेटा और 2 साल की बेटी को खरगोन में कुत्ते से मौत के बाद मध्यप्रदेश की बीजेपी सरकार की किरकिरी , पी एम ओ की शिकायत पर दो वर्ष में भी सरकारी शिक्षक खरगोन पर कार्यवाही नही !

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