मंदिर एक निदान अनेक
खरगोन – अत्यंत प्राचीन देवी मंदिरों में नाम आता है श्री बाकी माता मंदिर का …खरगोन के श्री जंबू ब्राम्हण समाज द्वारा संचालित इस मंदिर में प्रति मंगलवार नौ देवियों का विशेष श्रृंगार किया जाता है , आज सुंदर गुलाब की पुष्पमाला ने मेरा मन मोह लिया और मेरे मोबाइल में यह सुंदर छवि अंकित हो गई ! मित्रो बात लगभग 1965 की है यानी आज से 58 वर्ष पुरानी , गुरुद्वारा मार्ग पर मेरा परिवार पिछले 65 वर्षो से निवास कर रहा है , श्री बाकी माता मंदिर से गुप्ता परिवार का पिछले 58 वर्षो से जुड़ाव रहा है , मंदिर के दक्षिण दिशा में छोटे से द्वार से झुककर मंदिर में जाना होता था , नाथ संप्रदाय परिवार ही देवी मंदिर की चढ़ोत्री लेता था क्युकी पूर्व में यहां केवल महाबलेश्वर शिव जी का ही मंदिर था , यही कारण था की माता की पूजा और चढ़ौती भी वही लेता था , मुझे आज भी याद है , ठेले पर माताजी जी बिरला मार्ग से आती थी नाथ परिवार से उन्हे सभी माताओं के समक्ष की चढ़ोतरी उठा कर मैं ही देता था , मेरे ही समक्ष देव स्थान समिति बनी और प्रतिदिन आरती का क्रम प्रारंभ हुआ , इतना कठोर नियम था मेरा आरती में उपस्थिति का की एक बार मैं श्री कृष्ण टाकीज में मेरे बुरहानपुर के मित्र के साथ फिल्म देखने गया तो आरती का समय हुआ तो फिल्म छोड़कर गेटपास लिया और साइकिल से श्री बाकी माता मंदिर आया आरती में सम्मिलित हुआ और पुनः फिल्म देखी , श्री जंबू ब्राम्हण समाज के सत्संग से भजन , कीर्तन , श्रीरामचरित मानस को केसे पढ़ना , यह सब सीखा , बंधुओ इन सारी बातों को लिखने का एक ही उद्देश्य है यदि आप अपने जीवन में परेशानी में है तो केवल और केवल अपने खरगोन शहर के इस प्राचीन शिव मंदिर और देवी मंदिर में दर्शन का नियम बना लीजिए , शिव और शक्ति जिससे पूरा ब्रम्हांड संचालित होता है दोनो इस मंदिर में विराजमान है , भगवान विष्णु जी का वास पीपल देवता में होता है , पित्तरो का वास पीपल देवता में होता है , देवी दर्शन की परिक्रमा से साथ पीपल देवता की भी परिक्रमा हो जाती है , पीपल देवता की तीन परिक्रमा से आर्थिक स्थिति सुधरती है , परिक्रमा में सभी नौ देवियों के साथ अष्ट भैरव , तीन शिव लिंग , शीतला माता , वीर बजरंग बली की भी परिक्रमा और दर्शन होते है , ठीक सामने संपूर्ण शिव परिवार के दर्शन , बाहर श्री भैरव जी , इस प्रकार एक ही मंदिर में आपको इतने देवी देवताओं के दर्शन , पीपल परिक्रमा , पीपल में जल , भगवान शिव को जल की सुविधा …कुल मिलाकर हमारे खरगोन शहर का बहुत प्राचीन सिद्ध मंदिर है , जहा असीम शांति मिलती है ! खरगोन से स्वतंत्र पत्रकार संतोष गुप्ता की रिपोर्ट ! मोबाइल – 98262- 29657
Santosh News
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