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सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन पर कार्यवाही क्यू नहीं? : खरगोन पुलिस शक के दायरे मे!
Fri, Apr 18, 2025
खरगोन- खरगोन के सरकारी शिक्षक रविशंकर प्रकाशचंद्र महाजन खरगोन की जो शिकायत प्रधानमन्त्री कार्यालय में दर्ज हुई, जो शिकायत सी एम हेल्प लाइन में दर्ज हुई, जो शिकायत भोपाल के इ ओ डब्ल्यू में दर्ज हुई, पश्चिम निमाड जिले के गरीब, किसान, मजदूर और छोटे व्यापारियों ने 500 से अधिक शिकायतें कलेक्टर, एस पी, टी आई, एस डी ओ पी को की किन्तु अरबो की जमीनों के घोटाले और करोड़ों रुपयों के घोटाले में खरगोन पुलिस सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन के विरुद्ध एफ आई आर नहीं लिख सकीं, क्यू सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन को खरगोन पुलिस बचा रही है आओ इसका पता लगाए !
मेने सी एम हेल्प लाइन का एक स्क्रीन शाट आपके लिए भेजा है उसमे भी खरगोन पुलिस पर सीधे आरोप लगाया है की इस प्रकाश स्मृति कम्पनी के खरबों के घोटाले में खरगोन पुलिस ने सही विवेचना नहीं की, और सही समय पर प्रकरण को कोर्ट मे प्रस्तुत नहीं लिया , 25 हजार गरीबो का पेसा एक सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन ने छल से ले लिया, मुसलमानों के नाम की tanjeem ए jarkhej कम्पनी बनाकर गरीबो की जमीन दस हजार रुपये एकड़ की खरीदी और आज वहीं जमीन ढाई करोड़ रुपये एकड़ हो गई, किन्तु नगर के गरीबो ने यह सब बातें खरगोन पुलिस को बताई तो आज ढाई साल हो गये खरगोन पुलिस सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन पर एक एफ आई आर भी नहीं कर सकीं, सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन को सरकार एक लाख रुपया महीना दे रही है, सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन की ग्वालियर से रजिस्टर्ड सेक्शन आठ में तीन कम्पनी बनाई गई, 1996 में प्रकाश स्मृति कम्पनी, फिर tanjem ए jarkhej मुसलमानों के नाम की कम्पनी और फिर इसी मुसलमानों की कम्पनी का रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं बदला और मुस्लिम नाम बदल दिया और कम्पनी का हिन्दू नाम रख दिया प्रोफेसर पी सी फाउन्डेशन! मैं पूरे खरगोन में जहा भी जाता हूं सभी कहते है सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन ने गरीबो, मजदूरों, किसानो और छोटे व्यापारियों का पेसा और जमीनें सब कुछ ले लिया और उसकी माँ को 35 प्रतिशत शेयर का हिस्सेदार बना दिया, 50 और 50 लाख प्रकाश स्मृति कम्पनी से पी सी फाउंडेशन कम्पनी के सहकारी बेंक खरगोन के खाते में जमा किए क्यु किए, ग्वालियर रजिस्ट्रार के नियम के अनुसार कम्पनी ने 100 प्रतिशत लाभ धर्मार्थ कार्य में खर्च करना चाहिए क्या सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन की कम्पनी नें इस नियम का पालन किया? दो करोड़ की सी सी लिमिट में बंधक प्लाट बेंक में गिरवी थे उन्हें केसे बेच दिया सरकारी शिक्षक रविशंकर ने? इंदौर की एक जमीन आर टी ओ के पास का एक टुकड़ा बेचा उसके नंबर दो के 52 लाख का हिसाब कहा है? कोरे चेक लेकर लोन देना आर बी आई कानून स्वीकारता है क्या? सरकारी शिक्षक रविशंकर ने अपनी कम्पनी के बड़वानी के कर्ज मे दबे शेयर होल्डर के कोरे चेक पर राशि भरकर 138 धारा का दुरुपयोग कर न्यायालय को और खरगोन पुलिस को धोखा दिया और प्रकाश स्मृति कम्पनी के शेयर होल्डर को जेल करवा दी इतने सबूतों को पूरे भारत के टी वी chenal, सोशल मीडिया, प्रिंट मीडिया ने खरगोन पुलिस को ढाई साल तक बताया किन्तु खरगोन पुलिस ने रविशंकर महाजन के विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की, शातिर रविशंकर महाजन को सराफा व्यापारी प्रवीण सराफ़ तो कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के पास ले गया और गोबर के गणेश जी कलेक्टर को देते हुए खरगोन के सूचना प्रकाशन कार्यालय द्वारा सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन की फोटो जारी हुई, दैनिक भास्कर मे खबर छापी की सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन ने rera कानून के तहत परमिशन एक ली और कालोनियों तीन काट दी, उसके बाद भी खरगोन पुलिस ने सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन के विरुद्ध जेसी कार्यवाही करनी थी नहीं की, एस डी ओ पी राकेश मोहन शुक्ला ने तो आफिस मे सिगरेट पीते हुए फरियादी संतोष गुप्ता के ऊपर सिगरेट का धुआ उड़ाया, खरगोन पुलिस की हालत बहुत अधिक चिंता वाली है, आर्गेनिक काटन का मामला भी बहुत बड़ा है किन्तु कोई पुलिसिया कार्यवाही नहीं, कालोनी काटने वाले नियम विरुद्ध गरीबो से पेसा भी लूट रहे है उनकी रजिस्ट्री नहीं हो रही है, पटवारी कमल पटेल का कमाल यह है इंदिरा गांधी ने गरीब को जमीन दी पटवारी ने सरकारी शब्द विलुप्त किया और पटवारी की घरवाली और एक रजिस्ट्री करने वाले नामी की पत्नी दोनों ने सरकारी जमीन खरीदी, नामांकन किया और एक महाजन महिला को बेच दी उसने नामांकन किया और प्लाट काटने शुरू कर दिए करोड़ों कमाए एक कांग्रेस के नेता दीपक अग्रवाल ने उसी जमीन का प्लाट खरीदा, रजिस्ट्री नहीं हुई, रजिस्ट्रार बदल गए थे, नए रजिस्ट्रार ने कांग्रेस नेता दीपक अग्रवाल को कहा ये सरकारी जमीन है इसकी रजिस्ट्री नहीं होगी, सी एम हेल्प लाइन में दीपक अग्रवाल ने शिकायत की, एस डी एम गाचले जी ने बिस्टान टी आई को खबर की, कमल पटवारी रिटायर के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज हुई पटवारी कमल पटेल फरार है! बंधुओं, खरगोन पुलिस के बारे मे दिनभर बातें सुनता हूं सड़क पर गरीबो से पेसा लिया जाता है अमीरों से हिम्मत नहीं पुलिस की, देश भक्ति जन सेवा आज शपथ लेकर भारत सरकार की नोकरी करने वालों से जनता को बहुत उम्मीदे होती है किन्तु पुलिस के ऊपर क्या बीजेपी के नेता है ? नेता तो मुख्य गजेंद्र सिंह पटेल है जिन्हें जिले की जनता ने भगवान राम की भारतीय जनता पार्टी के नाम से वोट दिए है, सांसद गजेंद्र जी पटेल को भी सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन की तीन कम्पनी की पूरी जानकारी दी गई है तो क्या भारतीय जनता पार्टी सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन को बचा रही है ? शहर मे मैं जहा भी जाता हूं तो आम वोट देने वाली जनता मुझ से पूछती है! भगवान राम को मानने वाली मध्यप्रदेश में 19 वर्षो तक जनता का वोट पाने वाली बीजेपी सरकार से खरगोन जिले के गरीबो, मजदूरों, किसान भाइयों और छोटे व्यापारियों को बहुत उम्मीदे है जिस प्रकार वक्फ में पूंजीपति ने खेल खेला गरीबो के नाम पर बिल्कुल सरकारी शिक्षक ने भी वहीं खेल खेला है गरीबो के साथ 500 एकड़ जमीन कलेक्टर भव्या मित्तल ने अपने अधिकार में लेना चाहिए, करोड़ों रुपये के बेंक खाते कलेक्टर ने प्रकाश स्मृति कम्पनी के अपने अधिकार में लेना चाहिए क्युकी अभी 30 साल बाद शेयर होल्डर के दस लाख 40 हजार देने का सरकारी शिक्षक रविशंकर ने वादा किया था एक उसके पिता के फोटो के पर्चे के साथ जिसके बारे मे सरकारी शिक्षक रविशंकर ने झूठा बयान देकर पुलिस के साथ 420 की, किन्तु खरगोन पुलिस सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन पर कार्यवाही क्यू नहीं कर रही? पूरे खरगोन जिले में यह चर्चा है ! संतोष न्यूज वेबसाइट से संतोष गुप्ता की रिपोर्ट ! मोबाइल-98262 -29657 दिनाँक 18 अप्रेल 2025 शुक्रवार