सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन पर एफ आई आर लिखे खरगोन पुलिस : खरगोन पुलिस की जांच केंद्र के ईमानदार पुलिस अधिकारी करे

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Sat, May 24, 2025

खरगोन-नमस्कार बंधुओं

मैं हू संतोष गुप्ता और संतोष न्यूज खरगोन में आपका स्वागत है

खरगोन पुलिस का खरबों की गरीबो, मजदूरों, किसानो और छोटे व्यापारियों की जमीनों के घोटाले और इन्ही गरीबो की 500 शिकायतें के बावजूद, खरगोन की पुलिस को सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन के विरुद्ध कोई साक्ष्य नहीं मिला, प्रकाश स्मृति कम्पनी के पूर्व मेनेजर विक्रम चौहान के पास सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन 50 लाख रुपये झोले में भरकर ले गया था किन्तु ईमानदार विक्रम चौहान ने 50 लाख रुपये नहीं लिए, खरगोन की पुलिस ने एक लाख रुपये सरकार से प्रतिमाह लेने वाले सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन के विरुद्ध एफ आई आर क्यु नहीं लिखी यह बहुत आश्चर्य की बात है, बड़े अमीर लोगों द्वारा पुलिस को पेसा देकर मामले को दबा दिया जाता है एसी बातें खरगोन की भोली भाली जनता अक्सर सुनती है अब खरगोन के सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन जिसके बारे मे पूरे भारत के सोशल मीडिया, प्रिंट मीडिया और टी वी chenal ने अनेक नियम विरुद्ध सबूत सहित साक्ष्य प्रसाशन और सरकार को बताये किन्तु तीन वर्षो की भारत सरकार की पी एम ओ की शिकायत को भी खरगोन पुलिस के एस डी ओ पी राकेश मोहन शुक्ला ने हवा में उड़ा दिया जो खरगोन पुलिस का राकेश मोहन शुक्ला सिगरेट का पाकेट आफिस मे लाता था इसी खरगोन पुलिस के राकेश मोहन शुक्ला ने भारत सरकार के पी एम ओ से आई मेरी दो शिकायत की बात की थी, आर्गेनिक काटन और प्रकाश स्मृति कम्पनी खरगोन की ओर आफिस मे सिगरेट पीते हुए मुझ पर सिगरेट का धुआ उड़ाया था, इसी खरगोन पुलिस के एस डी ओ पी राकेश मोहन शुक्ला ने खरगोन के सरकारी शिक्षक की तीन कम्पनी प्रकाश स्मृति कम्पनी, tanjeem ए jarkhej कम्पनी और प्रोफेसर पी सी फाउन्डेशन कम्पनी की जांच की थी और आज तीन वर्षों के बाद भी खरगोन पुलिस ने एक एसे सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन जिस पर खरगोन जिले के गरीबो, मजदूरों, किसानो और छोटे व्यापारियों ने 500 शिकायत कर खरगोन की देश भक्ति जन सेवा करने वाली पुलिस को बताया कि यह सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन ने नगर की गरीब जनता , प्रसाशन और सरकार सभी को मुर्ख बनाया किन्तु उसकी जांच खरगोन पुलिस ने केसी की आप भी पढ़िए सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन की एक एक बात को खरगोन की पुलिस ने लिखा और सी एम हेल्प लाइन में दर्ज भी किया किन्तु अनेक बातें साक्ष्य सहित मालूम होने के बाद भी खरगोन पुलिस ने सरकारी शिक्षक की तीन कम्पनी की खरबों की जमीनों और करोड़ों रुपयों के मामले मे कोई खोज बीन नहीं की, खरगोन पुलिस तीनों कम्पनी के खरबों के घोटाले में पूरी ईमानदारी से बात बताने वाले प्रकाश स्मृति कम्पनी के पूर्व मेनेजर विक्रम चौहान से जानकारी क्यु नहीं लेती ? मेरा केंद्र सरकार से निवेदन है की खरगोन पुलिस पर ठोस कार्यवाही कर सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन की तीन कम्पनी प्रकाश स्मृति, tanjeem ए jarkhej और प्रोफेसर पी सी फाउंडेशन कम्पनी की एक एक बारीक जांच करवाये, पश्चिम निमाड जिले के गरीबो, मजदूरों, किसानो और छोटे व्यापारियों का पेसा और उनकी जमीनों को वापस दिलवाये , खरगोन कलेक्टर भव्या मित्तल, विधायक बालकृष्ण पाटीदार और सांसद गजेंद्र सिंह पटेल इन तीनों की नेतीक जिम्मेदारी है की सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन जिस की 500 शिकायतें प्रसाशन के पास है उसकी जांच में खरगोन पुलिस को कोई भी गलती केसे नहीं मिली यह असंभव है, मामला खरगोन जिले के गरीबो का, मजदूरों का, किसानो का और छोटे व्यापारियों का है उसके बावजूद सी एम हेल्प लाइन जिसमे संतोष गुप्ता की शिकायत है उसमे जो खरगोन पुलिस ने जो लिखकर भेजा है उसे आप पढ़िए तो आपको लगेगा कि जिस खरगोन के ईमानदार व्यक्ति ने नगर हित, देश हित के लिए एक सरकार में कार्यरत सरकारी शिक्षक के पद पर, शिक्षक समाज को शिक्षा देता है, सरकार रविशंकर को एक लाख रुपया खरगोन के बच्चों को शिक्षा देने के लिए देती है, किंतु सरकारी शिक्षक ने खरगोन में 30 वर्ष एक ही स्कूल मे नोकरी करते हुए ग्वालियर रजिस्ट्रार से सेक्शन आठ में तीन कम्पनी रजिस्टर्ड करवाई और क्या खेल खेला साहेब आज सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन खरबों की जमीनों का मालिक है, करोड़ों रुपया एक नंबर में उसकी कम्पनी के पास गलत काम करके जमा है उसकी माँ गंगा बाइ के नाम 35 प्रतिशत और 10 प्रतिशत उसी के नाम यानी खरबों के मामले मे 45 प्रतिशत हिस्सा रविशंकर और उसकी माँ का है, जो रविशंकर महाजन को जेल में होना चाहिए वह खरगोन पुलिस के कारण आज एक लाख रुपया सरकार से ले रहा है और 500 शिकायत करने वाले गरीबो, किसानो, मजदूरों और छोटे व्यापारियों को ठेंगा दिखा रहा है की मेरे पास पेसा और जमीन है मैं सबको खरीद लूँगा, मेरा प्रधानमन्त्री श्री नरेंद्र मोदी जी से विशेष निवेदन है की सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन की एफ आई आर खरगोन पुलिस द्वारा लिखी जाये और तीनों कम्पनी के घोटाले के बारे मे 90 हजार की नोकरी छोड़ने वाले प्रकाश स्मृति कम्पनी के पूर्व मेनेजर विक्रम चौहान से खरगोन पुलिस कम्पनी के घोटाले की जानकारी ले वे बहुत सत्य जानकारी खरगोन पुलिस को दे सकते है, खरगोन पुलिस ने संतोष गुप्ता के बारे मे सी एम हेल्प लाइन को जो जानकारी दी उसे पढ़कर आप समझ जाएंगे की खरगोन पुलिस ने सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन की तीन कम्पनी की जांच ईमानदारी से नहीं की, पढ़िए खरगोन पुलिस की जांच जिन खरगोन पुलिस पर सरकार करोड़ों रुपया खर्च करती है वे राष्ट्र भक्ति और जन सेवा के नाम पर केसी सेवा कर रहे है आप समझ जाएंगे!

नाम: Santosh Gupta,*मोबाइल नंबर:* NA

*शिकायत की स्थिति:* लंबित

निराकरण: पुलिस अधीक्षक द्वारा प्रेषित प्रतिवेदन के अवलोकन से पाया गया कि शिकायत आवेदन पत्र की सम्पूर्ण जाँच से आवेदक संतोष गुप्ता द्वारा शिकायत जाँच में अनावेदक संख्या प्रकाश स्मृति सेवा संस्थान खरगोन व रविशंकर महाजन निवासी खरगोन के विरूद्ध किसी प्रकार के कोई साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किये गये। अनावेदक रविशंकर महाजन द्वारा अपने कथनों के साथ संस्था व सदस्यों से संबंधीत दस्तावेजों की छायाप्रति प्रस्तुत की गई। जिसका अवलोकन किया गया। अभी तक की जाँच से संस्था द्वारा नियामानुसार ही संस्था का संचालन किया जा रहा है। अनावेदक रविशंकर महाजन को 1980 में पिता के देहात होने उपरांत उनके स्थान पर वर्ष 1992 में देवी अहिल्या उमावि कंमाक 01 खरगोन में महामहिम राज्यपाल महोदय के आदेशानुसार उच्च श्रेणी शिक्षक के पद पर नियुक्ति दी गई है। जिस संबंध में शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों से इसी आशय की शिकायत की जाती रही है। जिसमें विभाग द्वारा जाँच हेतु समिति का गठन किया जाकर पुरी तहकीकात कर ली गई है तथा आज दिंनाक तक कोई दोषसिद्धी नहीं हुई है। वर्ष 2022 में जब संस्था का वार्षिक उत्सव व्याख्यान माला आयोजित किया गया उस समय संचालकों के निर्देशों की परवाह किये बिना 08 कर्मचारी अवकाश पर चले जाने से उन 08 कर्मचारियों को सेवा से प्रथक कर दिया गया। कर्मचारियों द्वारा संचालक मंडल के निर्णय वो विरुद्ध श्रम न्यायालय खंडवा में वाद दायर किया गया है। जो न्यायालय विचाराधीन है। वर्ष 2022 की साधारण सभा में किसी सदस्य अथवा बेटी किसी के भी द्वारा शिकायतकर्ता के साथ कोई दुर्रव्यवहार नही करने के संबंध में अनावेदक द्वारा अपने कथन में बताया है। आवेदक संतोष गुप्ता द्वारा संस्था से दिनाक 05.12.2005 को 25,000 रू के लिये गये ऋण की अदायगी न होने से संस्था द्वारा शिकायतकर्ता के विरुद्ध माननीय न्यायालय खरगोन में वाद दायर किया गया था। वाद न्यायालय में सुनवाई शिकायतकर्ता द्वारा संस्था से समझौता कर रूपये 44000 रू जमा किये थे । शिकायतकर्ता संतोष गुप्ता के पुत्र हर्षल गुप्ता द्वारा संस्था से रूपये 60,000 रू ऋण प्राप्त किया गया था। जिसमें से हर्षल गुप्ता से संस्था को 99,938 रूपये लेना शेष होकर नहीं दिये जाने से संस्था द्वारा माननीय न्यायालय खरगोन में प्रकरण दायर किया जा रहा है। इसी प्रकार शिकायतकर्ता के जीजा बाबुलाल गुप्ता द्वारा संस्था के मुल्लानवाडी स्थित मकान पर अवैध कब्जा कर विगत 60 माह से किराया नहीं दिया जाने से संस्था द्वारा बाबुलाल गुप्ता के विरुद्ध माननीय न्यायालय में प्रकरण लगाया गया है। जो वर्तमान में न्यायालय विचाराधीन है। बाबुलाल गुप्ता की दुसरी पत्नी सुनिता चौहान द्वारा संस्था से दिनाक 19.12.2018 को लिये गये 1,00,000 रूपये ऋण में से संस्था को 1,15,196 रू लेना शेष है। उक्त ऋण प्राप्त करने में शिकायतकर्ता संतोष गुप्ता के पुत्र हर्षल गुप्ता द्वारा जमानतदार के तौर पर हस्ताक्षर किये गये। ऋण की राशि सुनिता चौहान से प्राप्त करने हेतु संस्था द्वारा माननीय न्यायालय खरगोन में प्रकरण दायर किया जा रहा है। शिकायतकर्ता संतोष गुप्ता की भांजी निशा द्वारा संस्था से दिनाक 05.07.2019 को लिये गये रूपये 60,000 ऋण के 97,810 रूपये लेना शेष होकर संस्था द्वारा माननीय न्यायालय खरगोन में प्रकरण दायर किया जा रहा है। इसी बात से क्षुब्ध होकर एंव संस्था के संचालक रवि शंकर महाजन पर दबाव बनाने की नियत से आवेदक संतोष गुप्ता द्वारा बिना किसी साक्ष्य के निराधार व असत्य शिकायत आवेदन पत्र दिया जाना पाया गया। प्रकाश स्मृति सेवा संस्थान खरगोन के संबंध में अन्‍य आवेदक सुधीर कुलकर्णी निवासी खरगोन द्वारा ईओडब्ल्यु विभाग इंदौर में शिकायत आवेदन पत्र दिया गया है। जिसकी वर्तमान स्थिति की जानकारी प्राप्त करतें वर्तमान में शिकायत की जाँच जारी है। शिकायत के संबंध में सीए पुनीत गर्ग इंदौर के द्वारा एक विस्तृत फौरेसिंक ऑडिट रिर्पोट प्रस्तुत की गई है। जिसमें प्रथम दृष्टया कोई अनियमितता नहीं पाई जाना लेख किया हैं। शिकायत आवेदन पत्र की सम्पूर्ण जॉच से संज्ञेय अपराध का घटित होना नही पाया गया। आवेदक को पुलिस कार्यवाही से अवगत कराया गया है !

*बंधुओं पढ़ लिया आपने, खरगोन पुलिस ने सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन को बचाया है कृपया केंद्र सरकार के ईमानदार पुलिस अधिकारी खरगोन पुलिस पर कार्यवाही कर खरगोन जिले की जनता को न्याय दे!

संतोष न्यूज खरगोन से संतोष गुप्ता की रिपोर्ट

मोबाइल-98262-29657

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