सिद्घनाथ महादेव के द्वार का कौन है ठेकेदार? : खरगोन में गरीबो को लूटा जा रहा शिकायत पर कार्यवाही नहीं

खरगोन-जय भोलेनाथ.....
भोलेनाथ जी विध्वंस के देवता है
द्वार सिद्घनाथ महादेव का नहीं...टूटा
सिद्घनाथ द्वार को बनाने वाले का द्वार टूटा है
केदारनाथ का मन्दिर भी किसी इंजीनियर ने ही उस युग में बनाया होगा धन्य है वो इंजीनियर पानी के इतने तीव्र वेग को भी उसके निर्माण ने सहन किया और खरगोन में बनाए गए अभी कुछ समय के भगवान सिद्धनाथ महादेव के द्वार को एक लोहे की सीढ़ी ने ही गिरा दिया, बंधुओं, खरगोन शहर मे भारतीय जनता पार्टी के राज मे बहुत अधिक गलत काम हो रहे है और गलत कामों की शिकायत करने के बावजूद तीन सालों में कोई कार्यवाही नहीं होने हो रही है, अब ये द्वार गिरा , पारदर्शी व्यवस्था तब कहीं जाएगी जब अखबार मे इसके ठेकेदार का नाम आए, उसे कितनी राशि दी गई उसका उल्लेख हो , द्वार की सुरक्षित अवधि कितने वर्षो की थी यह सब बातें घरेलू गैस की टंकी पर 45 रुपये टेक्स देने वाले प्रत्येक परिवार को अधिकार है, एक सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन की 500 शिकायतें की पश्चिम निमाड के गरीबो, किसानो, मजदूरों और छोटे व्यापारीयों ने, तीन साल शिकायतों को गये है बीजेपी सरकार की हिम्मत नहीं है की एक सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन की तीन कम्पनी प्रकाश स्मृति, tanjeem ए jarkhej और पी सी फाउन्डेशन कम्पनी की ईमानदारी से जांच कर ले, सूत्र बताते है कार से नगद नोट पहुंचाये सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन ने इंदौर के वकील को ! अब इस सिद्घनाथ के द्वार का तो जो कुछ भी हुआ जनता के सामने है, बंधुओं मुझे लगता है भगवान भोलेनाथ जी का तीसरा नेत्र खुल गया है इसीलिए अवंतिका सूत मील के 112 करोड़ की लेनदारी में खरगोन के भारतीय जनता पार्टी के नाम में रणजीत सिंह dandeer, प्रकाश रत्नपारखी और परसराम चौहान के नाम आए इनके चरण छुते थे लोग, फिर जैविक कपास मे मंजीत सिंह चावला का नाम आया, इन्हें भी खरगोन की जनता बहुत सम्मान देती थी बहुत ईमानदार और समाज सेवी समझती थी, इन पर आरोप लगा गरीब किसानो के साधारण कपास को चार गुना अधिक कीमत में इन्होंने विदेश बेचा और खरबपति बन गए, मंजीत चावला भारत के परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मिल चुके है किन्तु आरोप के बाद खरगोन की जनता को समझ मे आया ये इतने पेसे वाले केसे बने, सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन से लेकर उपरोक्त सभी ने समाज के गरीबो का शोषण किया और खुद खूब बड़े आदमी बन गए, अब जेल कौन कौन जाएगा ये बीजेपी पर निर्भर है गरीब को बहुत तेज स्पीड से जेल में डाला जाता है और खरबपति सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन की तीन वर्षो तक एफ आई आर भी नहीं होती मेरी खरगोन के पुलिस प्रसाशन को सलाह है गरीबो के फोटो, वीडियो अखबारों में देना बंद करे, असली समाज के लुटेरों की फोटो उनके वीडियो उनके काले कारनामों को उजागर कर मीडिया मे दे अब बहुत सर से ऊपर पानी जा रहा है, मध्यप्रदेश पर चार लाख करोड़ का कर्ज के बावजूद आप 36 लाख खरगोन के सरकारी शिक्षक को पिछले तीन सालों में दे चुके हों जबकि उसका प्रकरण आर्थिक अनुसन्धान केंद्र ई ओ डब्ल्यू भोपाल में दर्ज है यदि इन बातों पर ध्यान नहीं दिया तो लगता है बीजेपी की मध्यप्रदेश की सरकार गिर सकती है, मुख्यमंत्री शनिवार 2 अगस्त 2025 को खरगोन आ रहे हैं वे मेरी सारी बातों को गंभीरता से ले ! संतोष न्यूज खरगोन !
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