खरगोन जिले के गरीब , किसान , मजदूर और छोटे व्यापारी परेशान है ! : सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन की प्रकाश स्मृति कम्पनी पर कार्यवाही करे सरकार ?

admin

Tue, Dec 17, 2024

खरगोन - भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश में बीजेपी का मीडिया मैनेजमेंट देखिए ...सामान्य व्यक्ति अखबार पढ़ता है तो उसे लगता है सरकार कितनी गंभीर है किंतु वास्तव में सरकार में ऐसा नहीं है ...खरगोन के एक सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन की बनाई तीन कम्पनी जिसे इस सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन ने मध्यप्रदेश सरकार से एक लाख रुपए की तनख़ा लेते हुए बनाया ओर आज सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन खरबपति बन गया है , कम्पनी में उसके साथ कथित हिंदू नेता रणजीत सिंह डंडीर भी है ! इस सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन ने आज से तीस वर्षों पूर्व पूरे पश्चिम निमाड़ जिले ओर अन्य राज्यों से भी प्रकाश स्मृति कम्पनी के शेयर 1540 रुपए में बेचे ओर कंपनी ने पैंपलेट देकर शेयर होल्डर को 60 वर्ष की आयु में 15 लाख 40 हजार देने का वादा किया किंतु दो वर्ष पूर्व मामला जब सामने आया जब सरकारी शिक्षक की बेटी सी ए आशु भंडारी कंपनी की सी जी एम मीटिंग गरीबों से बोली आपको कंपनी को पैसे देने होंगे क्योंकि आपके खाते माइनस में हो गए है , आशु भंडारी सरकारी शिक्षक की बेटी के मुंह से यह सुनकर कंपनी के गरीब , मजदूर , किसान और छोटे व्यापारी अपने आप को ठगा महसूस करने लगे , सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन की कम्पनी प्रकाश स्मृति में विवाद जब शुरू हुआ जब रवि ने एक करोड़ रुपया प्रकाश स्मृति से पी सी फाउंडेशन में डाल दिया , प्रकाश स्मृति कम्पनी के मेनेजर विक्रम चौहान ने रवि से कहा कंपनी का लाभ पी सी फाउंडेशन में क्यों डाला तो रवि ने जमीन खरीदी का बोल दिया और रवि ने विक्रम से कहा हम शेयर होल्डरों को पैसा नहीं दे पाएंगे इसलिए हम कंपनी बंद कर देते है विक्रम ने कहा प्रकाश स्मृति कम्पनी के पास आज अरबों की जमीन है हमको अभी तीस साल बाद टुकड़ों टुकड़ों में पैसे देना है हम दे देंगे , किंतु इसी बात पर रविशंकर महाजन और विक्रम चौहान की कंपनी के आफिस में इतनी अधिक माथापच्ची हुई कि विक्रम ओर रवि की माराकूटी हो गई , विक्रम ने प्रकाश स्मृति कम्पनी की 90 हजार की नौकरी छोड़ दी क्युकी रवि का इरादा बहुत गलत था , विक्रम कट्टर बीजेपी के शिक्षक का बेटा , कट्टर आर एस एस का मेंबर था , गलत को सहन नहीं कर पाया किंतु रवि महाजन के मन में बेइमानी थी उसने कम्पनी के सभी कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया जो कंपनी की सारी गड़बड़ियों के बारे में जानते थे ! इन्ही कर्मचारियों में से चार कर्मचारी मेरे पास आए और मेने सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन की तीन कम्पनी प्रकाश स्मृति कम्पनी , तंजीम ए जरखेज कम्पनी और पी सी फाउंडेशन कम्पनी की शिकायत पी एम ओ में की , शिकायत सी एम हेल्प लाइन में आई , दो वर्ष हो गए है , कल मेने सी एम हेल्प लाइन में फोन लगाया , मेरी शिकायत अभी ए टू में है , ई ओ डब्ल्यू भोपाल में भी खरबों के इस घोटाले की शिकायत दर्ज है किंतु ई ओ डब्ल्यू को अभियोजन की स्वीकृति नहीं दी जा रही है यही कारण है खरगोन के इस सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन पर खरगोन का पुलिस विभाग मौन है जिले के गरीबों , मजदूरों , किसानो और छोटे व्यापारियों ने चार सौ शिकायते पुलिस विभाग खरगोन की है किंतु एक तरफ गरीब है और एक तरफ अमीर है , राहुल गांधी सही कहते है बीजेपी अब गरीबों की नहीं अमीरों की सरकार बन गई है , बीजेपी के खरगोन जिले के कार्यकर्ताओं ने इस बात को कभी नहीं भूलना चाहिए हम बीजेपी वालो में चुनावी आम सभा में पोस्ट आफिस चौराहे पर कपड़े की थैली में दो दो रुपए के लिए जनता के सामने सहायता मांगी है , आज बीजेपी के नेता खरबों के मालिक है इसका मतलब यह नहीं की हम पुराने दिन भूल जायें ....एक झटके के खेल खत्म हो जाएगा , मैं खुद बीजेपी ओर संघ की विचारधारा का हू और देख रहा हू जनता द्वारा चुना गया सांसद गजेंद्र पटेल भी रणजीत सिंह डंडीर के साथ रहने में परहेज नहीं करता मतलब सांसद जी को जनता की चार सौ शिकायतों से कोई लेना देना नहीं वह आरोपी रणजीत को अपने साथ रखकर समाज में ओर जनता के समक्ष उसकी अच्छी मार्केटिंग कर रहे है और जनता को बता रहे है कि आप हमारे नेता की कितनी भी शिकायत कर लो हम इस नेता को साथ में रखेंगे ! सरकार ओर प्रशासन सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन के गंभीर खरबों की जमीनों और करोड़ो रूपयो के मामले में कड़ी कार्यवाही कर 19 वर्षों से मध्यप्रदेश में राज करने वाली बीजेपी की लाज रखे वरना इसके दूरगामी परिणाम बहुत विपरीत होंगे ! भगवान राम को मानने वाली भारतीय जनता पार्टी खरगोन के सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन के मामले में जिसे सरकार एक लाख रुपया महीना दे रही है इस सरकारी व्यक्ति ने गरीबों का अपमान किया है , इसने गरीबों को लूटा है इसे इसके दुष्कर्म की सजा मिलनी ही चाहिए ! संतोष न्यूज खरगोन से संतोष गुप्ता की रिपोर्ट ! मोबाइल - 98262- 29657

विज्ञापन

जरूरी खबरें