क्राइम

जिले की जनता ढाई वर्षो से इंतजार कर रही है : सरकारी शिक्षक रविशंकर और बीजेपी की सरकार
Sun, Jun 29, 2025
खरगोन-
सत्य , न्याय और इन्साफ के लिए कानून के मार्ग पर जो राष्ट्र चलता है वहीं महान है !
बेहद गंभीर आरोपों और पर्याप्त साक्ष्यों के बावजूद सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन पर पिछले ढाई साल में एफ आई भी नहीं लिखना, शायद सत्ता अपने लाडले सपूतों के बचाव में एसे ही नाटक-नौटंकी करती रहती है !
6 नवंबर 2022 को सी एम हेल्प लाइन पर दर्ज शिकायत का पूरा वीडियो फेसबुक पर लाइव देने के बावजूद कोई पंचनामा, कोई एफ आई आर कोई बरामदगी प्रकाश स्मृति कम्पनी से नहीं की गई जबकि वहाँ जिले के गरीबो के बेंक खातो के थैला भर कर चेक थे जिस पर प्रकाश स्मृति कम्पनी के निवेशकों के केवल हस्ताक्षर थे, कम्पनी ने 138 मे इन्हीं कोरे चेक पर खुद मनमानी से राशि लिखकर प्रकाश स्मृति कम्पनी को जेल करवा दी, खरगोन पुलिस खरगोन और बड़वानी कोर्ट से प्रकाश स्मृति कम्पनी के केस की जानकारी लेकर प्रकाश स्मृति कम्पनी के सातो डायरेक्टर को जेल करवा सकती है क्युकी ग्वालियर रजिस्ट्रार के कम्पनी एक्ट सेक्शन 8 के अनुसार प्रकाश स्मृति लोन देने पर पूरी कोरी चेक बुक पर शेयर होल्डर के केवल हस्ताक्षर कर नहीं रख सकती, खरगोन पुलिस ने एसी कोई कार्यवाही क्यू नहीं की यह भी जांच का विषय बन गया है !
विश्वास पात्र सेवकों ने सब साफ सफाई कर दी, मीडिया मे कोई खबर लम्बे समय तक नहीं आई, गोपनीयता और संवेदनशीलता के घूंघट में उच्चाधिकारियों के बीच प्रकाश स्मृति कम्पनी के घोटाले की जांच घूमती रही!
पश्चिम निमाड जिले के गलियारों में धुआ, धुंध , धूल और खामोशी का षडयंत्र गहराता रहा, अटकलों का बाजार गर्माता गया, कुछ पत्रकारों ने पर्दा हटाना शुरू किया तो सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन की खरबों की सम्पत्ति और उसके पास करोड़ों रुपया का केश उसका सहायक बना!
भारत सरकार का पी एम ओ, मध्यप्रदेश सरकार की सी एम हेल्प लाइन, भोपाल का इ ओ डब्ल्यू और कम्पनी के निवेशकों की 500 शिकायतें दर्ज हुई तो जांच करने वाले खरगोन के पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीना तक को सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन की तीनों कम्पनी में कोई अनियमितता नहीं मिली!
आज तक तीनों कम्पनी से कुछ भी पुलिस को बरामद नहीं हुआ, क्या प्रकाश स्मृति कम्पनी के शेयर होल्डर की सारी चेक बुक, कोर्ट के दस्तावेज सत्ता के संगम में प्रवाहित कर दी गई या व्यवस्था के किसी गंदे नाले मे ?
कानून और न्याय व्यवस्था में आस्था बचाए रखने के लिए जांच तो करनी करानी पड़ती है! इसे सत्यमेव जयते कहो या यतो धर्मा सततो जय!
सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन की तीन कम्पनी के खरबों के महाघोटाले में देखना है लोकतंत्र के प्रहरी राष्ट्रहित में क्या निर्णय लेते है, रिमोट कंट्रोल से संचालित आवारा पूंजी के अभेद्य चक्रव्यूह मे अनेक यशवन्तो की भूमिका रहती है! यदि वक़्त रहते न्याय एवम कानून व्यवस्था की देखभाल नहीं की गई तो स्थितियां बेकाबू और भयावह हो सकती है बिहार की रैली से बीजेपी के होश उड़ गये है, पूरे पश्चिम निमाड की जनता भारतीय जनता पार्टी से नाराज है, शिकायतों पर कार्यवाही नहीं होना, जनता में गलत संदेश जा रहा है रविशंकर महाजन की तीन कम्पनी में जिले के एक लाख लोग प्रभावित है, यदि बीजेपी जिले के गरीबो, किसानो, मजदूरों और छोटे व्यापरियों के पेसे और उनकी जमीनों को एक सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन से नहीं दिलवा पा रही है तो उसका प्रभाव बहुत बड़ा पड़ेगा बीजेपी के केंद्र के वरिष्ठ नेताओ ने इस गंभीर विषय को समझना चाहिए और कठोर कार्यवाहियों के माध्यम से समाज मे सही संदेश देना चाहिए!
संतोष न्यूज खरगोन
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