क्राइम

मुख्यमंत्री खरगोन के एस पी को हटाये : एस पी धर्मराज मीना ने जांच सही नहीं की
Sun, May 25, 2025
खरगोन- शहर के 62 वर्षीय संतोष गुप्ता पिछले तीन वर्षो से खरगोन शहर के एक सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन के बारे मे जिस शिक्षक ने एक ही स्कूल मे 30 साल बीता दिए और सरकार से एक लाख रुपया महीना तनखा ले रहा है और इस सरकारी शिक्षक ने ग्वालियर रजिस्ट्रार के पास तीन कम्पनी का रजिस्ट्रेशन करके आज खरबों की जमीनों का बड़ा साम्राज्य और करोड़ों रुपया नगद कर लिया ! रविशंकर महाजन की एक समय यह हालत थी की इसकी बहन की शादी समाज के लोगों ने पेसा इकट्ठा कराके की थी !
आज रविशंकर महाजन सरकारी शिक्षक खरगोन जिले की वो ताकत बन गया है साहेब की कलेक्टर और एस पी भी उसकी तीन कम्पनी में कोई घोटाला पकड़ नहीं पाए है जबकि खरगोन के 62 वर्षीय पत्रकार ने पिछले ढाई वर्षो में इतने सबूत मीडिया के माध्यम से प्रसाशन, सरकार और जनता को बताए है कि सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन को जेल में होना चाहिए, खरगोन जिले की जनता ने भगवान राम को मानने वाली बीजेपी को वोट देकर विधायक बालकृष्ण पाटीदार को बनाया, सांसद गजेंद्र पटेल को बनाया किन्तु ये बीजेपी के दोनों नेता सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन के मामले मे कोई कार्यवाही नहीं करवा रहे क्या विधायक और सांसद की जिम्मेदारी नहीं है की एक सरकारी शिक्षक जिसे बीजेपी की सरकार एक लाख रुपया दे रही है जिसकी 500 शिकायतें जिले के गरीबो, मजदूरों, किसानो और छोटे छोटे व्यापारियों ने की है, 25 हजार परिवारों का मामला है, गरीबो ने सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन की प्रकाश स्मृति को पेसा दिया, एक एक लाख रुपये tanjeem ए jarkhej कम्पनी में दिए, मुसलमानों का डर बताकर सरकारी शिक्षक ने गरीबो की जमीनों गोगावा ब्लाक में डबरिया ग्राम में खरीद ली जिसकी कीमत आज ढाई करोड़ रुपये एकड़ हो गई है, जिला सहकारी बेंक से 2 करोड़ रुपये सी सी लिमिट करवा ली , बेंक में गिरवी रखे प्लाटों को बेचने की अनुमती अध्यक्ष रणजीत dandeer ने दी, दिल्ली के कार्पोरेट मन्त्रालय से नाम बदल दिया गया, रजिस्ट्रेशन नंबर वहीं फर्म बदल गई !
बंधुओं, खरगोन के एस पी धर्मराज मीना ने सी एम हेल्प लाइन में जो जानकारी प्रेषित की उसे पढ़कर मुझे लगा , मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव ने इन्हें एस पी पद से हटा देना चाहिए, एस पी धर्मराज मीना ने रविशंकर महाजन की जिसके विरुद्ध 500 शिकायतें है जिसकी शिकायत इ ओ डब्ल्यू में दर्ज है, एस पी ने ईमानदार संतोष गुप्ता, उनके पुत्र, उनके जीजा , बहन और भांजी की जानकारी सी एम हेल्प लाइन को देकर सिद्ध किया है कि बेचारा सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन तो बढ़िया है दोषी तो शिकायत करने वाला संतोष गुप्ता है, बंधुओं समाज मे जब कोई एस पी बनता है तो समाज उससे उम्मीद करता है की समाज मे जो गलत काम करे और सरकार की नोकरी करते हुए गलत काम करना तो बहुत गलत है, मेने जो प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी को शिकायत की थी वह पी एम ओ में दर्ज हुई और वहीं शिकायत सी एम हेल्प लाइन पर आई, आश्चर्य इस बात का है कि खरगोन के एस पी धर्मराज मीना को सरकारी शिक्षक रविशंकर महाजन की 30 सालों की तीन कम्पनी प्रकाश स्मृति कम्पनी, tanjeem ए jarkhej कम्पनी और प्रोफेसर पी सी फाउंडेशन कम्पनी मे कोई गडबडी नहीं मिली, मुख्यमंत्री मोहन यादव जी अब आप किसी बड़े ईमानदार पुलिस अधिकारी से खरबों की जमीनों के घोटाले और करोड़ों रुपयों नगदी के मामले मे कार्यवाही करवाये, मेने जो 2022 में श्री नरेंद्र मोदीजी को लिखकर भेजा और यही मेरी शिकायत जो पीएमओ और सी एम हेल्प लाइन में दर्ज हुई आप भी पढ़िए !
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदीजी सादर प्रणाम मैं मध्यप्रदेश के खरगोन शहर में रहता हु और स्वतंत्र पत्रकार भी हू ओर संतोष स्टूडियो का मालिक भी आपका फेन हु आपने वर्षो पूर्व एक ईमानदारी का मुझे सर्टिफिकेट भी दिया है इसलिए बहुत ईमानदारी से लिख रहा हु खरगोन शहर की एक प्रकाश स्मृति सेवा संस्थान की संस्था ने 26 वर्ष पहले 20 हजार सदस्य बनाने की मुहीम चलाई और 20हजार सदस्य बना भी लिए जब सदस्यता अभियान चलाया सभी सदस्यो को कहा गया जब आप 65 वर्ष के हो जाओगे तब आपको एक मुश्त राशि या आजीवन पेंशन देंगे दस वर्ष के सदस्य की राशि 65 सालो में उन्होंने 10लाख 60 हजार लिखी संस्था के सारे लोग खरगोन शहर के महाजन समाज के थे इसलिए सभी नागरिकों ने संस्था पर भरोसा किया संस्था चल निकली संस्था ने केवल सदस्यो को ऋण देना प्रारंभ किया और ऋण से भी खूब ब्याज कमाया किस्त लेट होने पर ढाई सौ रुपए दंड सदस्य से लिया जाता संस्था की मूल पूंजी इतनी बढ़ती गई की संस्था को लगभग 10 बैंको में अपने खाते खोलने पड़े जब संस्था का कोई सदस्य मर जाता तो 20 हजार खाते जो सदस्यो के थे है खाते से 5 रुपए की राशि निकाल कर मृत व्यक्ति के परिवार को दे दी जाती कुछ समय बाद इसी संस्था ने एक अलग संस्था ताज बनाई उसमे 100 सदस्य बनाए हर सदस्य से एक एक लाख रुपए लिए और 100 एकड़ जमीन खरीदी डाबरिया बेल्ट क्षेत्र की इस जमीन को इन्होंने पी सी फाउंडेशन नाम दिया और बाद में कुल जमीन ढाई सौ एकड़ खरीद के मालिक बन गए गौ सेवा पर्यावरण सारक्षण नाम की आड़ में फिर 100 सदस्यो को मूर्ख बनाया और 60 सदस्यो को बाहर कर दिया अब पी सी फाउंडेशन में 40 सदस्य है आज उस जमीन का रेत 50 लाख रुपए एकड़ का है अब पुरानी संस्था प्रकाश स्मृति पर आइए इन दोनो संस्था को चलाने वाला एक ही सरकारी व्यक्ति है जिसकी नोकरी देवी अहिल्या शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक 2 खंडवा रोड खरगोन में है इस शक्स की सर्विस भी इसके पिता की अनुकम्पा पर लगी और सीधे यू डी टी बना दिया गया इस पर भी शिक्षको को आपत्ति है को नियम अनुसार पहले एल डी टी की नोकरी लगती है इन रवि महाजन की स्कूल वाले कहते है ये सप्ताह में केवल एक दिन स्कूल आते है और इनकी तनखा 90 हजार रुपए महीना है अभी 29 सितंबर को इन्होंने प्रकाश स्मृति संस्थान का 26 वा प्रतिवेदन प्रस्तुत किया पिछले 26 सालो में 20 हजार सदस्य की पहली बार मीटिंग रखी गई बीते वर्षो में पत्रिका भेज दी जाती उसमे वित्तीय वर्ष का लेखा जोखा अंग्रेजी में प्रकाशित किया जाता जो किसी भी सदस्य को स्मझ में नही आता इस बार भी पत्रिका में सदस्य को आमंत्रण बहुत चालाकी से दिया गया बेलेंस शीट के ऊपर अंग्रेजी में छोटे अक्षर में निमंत्रण था जबकि पत्रिका में उनकी मां के बारे में उनके पिता के बारे में संस्था की समाज सेवा का बखान हिंदी में किया गया 29 सितंबर की इस मीटिंग से पूर्व मेरे पास काफी रिपोर्ट आ रही थी प्रकाश स्मृति में काफी धांधल चल रही है मृत्यु के बाद सदस्य के परिवार को एक लाख नही दीए जा रहे है मृत व्यक्ति के परिवार से जबरजस्ती दान मांगा जाता है तो वह मजबूरी में दान करता है इस 26 वे आयोजन में मैं भी गया क्युकी मुझे उन सदस्यो ने विशेष रूप से बुलाया था जिन्हे प्रकाश स्मृति संस्थान ने 25 वर्षो तक काम कराने के बाद सर्विस लेने से इसलिए मना कर दिया क्युकी उन आठ कर्मचारियों ने कोरोना के बाद गणगौर के लिए अवकाश लिया और वे एक साथ अवकाश पर चले गए 29 तारीख को मैं जब लगभग दोपहर पोने बारह बजे आम सभा में पहुंचा तो मेने मेरे फेसबुक अकाउंट को लाइव मोड़ पर करके बैकग्राउंड में बोलते हुए प्रकाश स्मृति के हाल में प्रवेश किया मेने वहा के हाल को दिखाया लगभग 40 लाख रुपए खर्च कर बनाए गए नए फर्नीचर को दिखाया और मीटिंग चल रही थी प्रकाश स्मृति संस्थान डायरेक्टर और सरकारी शिक्षक श्री रवि महाजन माइक पर बोल रहे थे उनकी बेटी उनकी पत्नी उनकी माताजी उनके पास बैठी थी मैं फेसबुक पर लाइव बोलते हुए कर रहा था जैसे ही मैने रवि महाजन की ओर मोबाइल किया उनकी बेटी ने मेरा मोबाइल छीनने की कोशिश की बाद में अन्य जगह भारतीय जनता पार्टी के प्रख्यात नेता श्री रंजीत जी दंडीर मीडिया से बात कर रहे थे मेने उन्हे नमस्कार किया उन्होंने मुझे चुप रहने का इशारा किया तो मेने बोला क्यों बोलने नही दोगे रंजीत भाई तो उन्होंने भी मेरा मोबाइल छीनने की कोशिश की कुछ देर बाद एस पी साब ने एस डी ओ पी अरुण शुक्ला जी और खरगोन टी आई को संस्थान में भेजा अब अभी सदस्य संस्था से कहे अनुसार राशि मांग रहे है संस्था दे नही रही है आप इस संस्था के खिलाफ जांच का आदेश दे उचित कार्यवाही करे यही विनय
संतोष गुप्ता खरगोन 98262-29657
संतोष न्यूज खरगोन